◼️राजुरा में सनसनीखेज हत्याकांड का 6 दिन में खुलासा, नाबालिग ने कबूला गुनाह...
चंद्रपुर, 22 जून 2025: राजुरा पुलिस स्टेशन की हद में मौजा रमाबाई वार्ड, राजुरा में हुए सनसनीखेज हत्याकांड का राजुरा पुलिस और स्थानीय अपराध शाखा ने महज 6 दिनों में खुलासा कर दिया। 53 वर्षीय कविता लक्ष्मण रायपुरे की उनके घर में अज्ञात हमलावर ने धारदार हथियार से सिर पर वार कर निर्मम हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने किशोर अपराधी (जुवेनाइल) को हिरासत में लिया है, जिसने गुनाह कबूल कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल किया गया कोयता भी बरामद कर लिया गया है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए चंद्रपुर के पुलिस अधीक्षक सुरदर्शन मुम्मका ने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस अधीक्षक ने स्वयं घटनास्थल का दौरा कर स्थानीय अपराध शाखा और गुन्हे प्रकटीकरण शाखा, राजुरा को त्वरित जांच के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस ने रात-दिन मेहनत कर 15 से 20 स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 40 संदिग्धों से गहन पूछताछ की। शुरुआत में कोई ठोस सुराग नहीं मिलने के बावजूद, गुप्त सूचना और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने एक किशोर अपराधी को विश्वास में लेकर पूछताछ की। इस दौरान किशोर ने हत्या की बात कबूल की, जिसके बाद हत्या में प्रयुक्त कोयता भी बरामद कर लिया गया।
इस जटिल मामले का नेतृत्व राजुरा पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी, पुलिस निरीक्षक सुमीत परतेकी ने किया। उनके कुशल मार्गदर्शन में यह सफलता हासिल हुई। इस ऑपरेशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रीना जनबंधु, उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुधाकर यादव, सहायक पुलिस निरीक्षक निशा भुते, हेमंत पवार, पुलिस उपनिरीक्षक पांडुरंग हाके, भिष्मराज सोरते, चाटे, सफौ किशोर तुमराम, पुलिस हवलदार विक्की निर्वाण, पुलिस कर्मी महेश बोलगोडवार, शफीक शेख, शरद राठोड, अविनाश बांबोले और आनंद मोरे ने अहम भूमिका निभाई।
पुलिस अधीक्षक सुरदर्शन मुम्मका ने इस त्वरित कार्रवाई के लिए राजुरा पुलिस और स्थानीय अपराध शाखा की सराहना की। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 103(1) और 332(ब) के तहत अपराध क्रमांक 293/2025 दर्ज किया गया है। पुलिस ने किशोर अपराधी को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है। इस खुलासे से राजुरा में फैली दहशत में कमी आई है, और स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की है।
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