◼️यूपीआय में बड़ा बदलाव: 1 अक्टूबर 2025 से बंद होगा 'मनी रिक्वेस्ट' फीचर, साइबर फ्रॉड पर लगेगी लगाम
भारत में डिजिटल पेमेंट्स के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ऐलान किया है कि 1 अक्टूबर 2025 से यूपीआय पर 'मनी रिक्वेस्ट' या 'कलेक्ट रिक्वेस्ट' फीचर को बंद कर दिया जाएगा। यह फैसला बढ़ती साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए लिया गया है।
क्या बंद होगा?
- अब कोई भी यूपीआय के जरिए सीधे किसी से पैसे मांगने के लिए रिक्वेस्ट नहीं भेज सकेगा।
- बिल शेयर करने या दोस्तों से पैसे मांगने के लिए 'मनी रिक्वेस्ट' का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा।
क्यों लिया गया यह फैसला?
- कई साइबर ठग फर्जी 'मनी रिक्वेस्ट' भेजकर लोगों से पैसे वसूल रहे थे।
- यूजर्स गलती से अनजाने में ऐसी रिक्वेस्ट्स को स्वीकार कर पैसे ट्रांसफर कर देते थे।
- ग्राहकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए NPCI ने इस फीचर को हटाने का निर्णय लिया है।
क्या रहेगा जारी?
- यूपीआय आईडी, मोबाइल नंबर या QR कोड के जरिए पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा पहले की तरह जारी रहेगी।
- मर्चेंट्स (जैसे ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म या डिलीवरी ऐप्स) से आने वाली पेमेंट रिक्वेस्ट्स को स्वीकार किया जा सकेगा।
यूजर्स पर क्या असर होगा?
- अब दोस्तों या परिचितों से पैसे मांगने के लिए 'मनी रिक्वेस्ट' भेजने की सुविधा नहीं होगी।
- इसके बजाय, यूजर्स को अपना यूपीआय आईडी या QR कोड शेयर करना होगा।
- इससे ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ेगी और साइबर फ्रॉड के मामले कम होंगे।
- बाकी सभी लेनदेन, जैसे पैसे भेजना, QR कोड स्कैन करना, या मर्चेंट्स को पेमेंट करना, पहले की तरह सुचारू रहेंगे।
NPCI का कहना है कि यह बदलाव भले ही थोड़ा असुविधाजनक लगे, लेकिन यह ग्राहकों की सुरक्षा और यूपीआय पर भरोसा बढ़ाने के लिए जरूरी है। यह कदम डिजिटल पेमेंट्स को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
अधिक जानकारी के लिए NPCI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
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