रामबाग मैदान को धक्का नहीं.. विधायक जोरगेवार का जिलाधिकारी के समक्ष कड़ा रुख..
चंद्रपुर: रामबाग मैदान पर जिला परिषद भवन बनाने के प्रस्ताव का नागरिकों द्वारा किया जा रहा कड़ा विरोध आखिरकार सफल हो गया। आज जिला कलेक्टर कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में विधायक किशोर जोरगेवार ने आक्रामक रुख अपनाते हुए जिला कलेक्टर को स्पष्ट रूप से कहा कि रामबाग मैदान में किसी भी तरह की छेड़छाड़ न की जाए। इसके बाद जिला कलेक्टर विनय गौड़ा ने सहमति व्यक्त की कि उक्त भवन के लिए वैकल्पिक स्थल पर विचार किया जाएगा।
बैठक में जिला कलेक्टर विनय गौड़ा, राजस्व विभाग के उपविभागीय अधिकारी संजय पवार, पुलिस विभाग के उपविभागीय अधिकारी सुधाकर यादव, आंदोलनकारी और जन विकास सेना के संस्थापक अध्यक्ष पप्पू देशमुख, दशरथ सिंह ठाकुर, तुषार सोम, पूर्व नगरसेवक सुभाष कासनगोट्टुवार, मनोज पाल, पूर्व नगरसेवक राजेश अड्डूर, प्रदीप किरमे, वंदना हटगांवकर, सविता दांधारे, रजनी पॉल, रशीद हुसैन, अमोल शेंडे, करणसिंह बैस, मंजूश्री उपस्थित थे। कासनगोट्टुवार सहित बड़ी संख्या में नागरिक और खिलाड़ी उपस्थित थे।
इस बैठक में विधायक किशोर जोरगेवार ने कहा कि हमने कभी भी विकास कार्यों का विरोध नहीं किया है। हालांकि, अगर विकास के नाम पर नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जाएगी तो हम कभी चुप नहीं बैठेंगे। रामबाग मैदान सिर्फ एक खुली जगह नहीं है, यह नागरिकों के स्वास्थ्य, जीवनशैली और भावी पीढ़ियों से जुड़ा हुआ है। यह मैदान खिलाड़ियों, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विश्राम स्थल है। यह सिर्फ क्षेत्र का प्रश्न नहीं है, बल्कि नागरिकों के अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रश्न है। लोकतंत्र में जनता की भावनाएं केंद्र में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन नींवों को रौंदकर कोई विकास नहीं हो सकता।
इस बैठक में विधायक जोरगेवार ने जिला कलेक्टर विनय गौड़ा को बताया कि नए जिला परिषद भवन के लिए शहर में अन्य वैकल्पिक स्थल मौजूद हैं। इनका परीक्षण करने के बाद नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना विकास करने के सुझाव दिए गए। उनके स्पष्ट और आक्रामक रुख के कारण प्रशासन ने सकारात्मक निर्णय लिया है और मैदान को बाधित किए बिना वैकल्पिक स्थान खोजने का निर्णय लिया है। विधायक किशोर जोरगेवार ने सुझाव दिया कि दूसरी सीट का निर्धारण करते समय नागरिकों की सहमति ली जानी चाहिए। उन्होंने भवन के लिए खोदे गए रामबाग मैदान को तुरंत बहाल करने के भी निर्देश दिए।
आज जागरूक नागरिकों की जीत हुई है। आपने अपनी आवाज उठाई, आपने लोकतंत्र की आवाज को मजबूत किया। विधायक किशोर जोरगेवार ने स्पष्ट रूप से कहा कि अंततः लोकतंत्र में जनता की आवाज महत्वपूर्ण है और यह संतोषजनक है कि उसकी आवाज सुनी गई है। बैठक में सभी संबंधित अधिकारी, प्रदर्शनकारी, नागरिक प्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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