एमपीएससी उम्मीदवारों का सब्र टूटा! ढाई साल से अटकी नियुक्तियां!

⚫ एमपीएससी उम्मीदवारों का सब्र टूटा ! ढाई साल से अटकी नियुक्तियों ने बढ़ाई बेचैनी...

◼️‘रोजगार मेलों’ की जिद ने लिपिक-टंकलेखक उम्मीदवारों का भविष्य अधर में लटकाया; सांसद प्रतिभा धानोरकर ने मुख्यमंत्री फडणवीस को लिखा सख़्त पत्र।



चंद्रपुर: महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की समूह-ग (लिपिक-टंकलेखक) परीक्षा 2023 में चयनित सैकड़ों युवाओं का सपना अधूरा पड़ा है। ढाई साल से नियुक्ति पत्र का इंतजार कर रहे इन उम्मीदवारों की राह में सरकार का ‘रोजगार मेला’ बन गया है रोड़ा। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद नियुक्तियां अटकने से युवाओं में गुस्सा और निराशा चरम पर है। इस गंभीर देरी पर सांसद प्रतिभा धानोरकर ने कड़ा रुख अपनाया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर तत्काल नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग की है।

सितंबर 2025 में होने वाले ‘रोजगार मेलों’ में नियुक्ति की उम्मीदें टूट चुकी हैं, क्योंकि मेले बार-बार टल रहे हैं। इससे युवाओं का कीमती समय बर्बाद हो रहा है और उनके भविष्य पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। सांसद धानोरकर ने अपने पत्र में चेतावनी दी कि यह देरी युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने लिखा, “जिन उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच हो चुकी है, उन्हें केवल मेले के दिखावे के लिए इंतजार करवाना अन्याय है।”

सांसद ने मुख्यमंत्री से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि बिना किसी राजनीतिक आयोजन के प्रशासनिक स्तर पर नियुक्ति पत्र जारी हों। उन्होंने जोर देकर कहा, “युवाओं का धैर्य जवाब दे रहा है। अब वक्त है कि सरकार जागे और इन होनहार उम्मीदवारों को उनका हक दे!”

यह मुद्दा अब चर्चा का केंद्र बन चुका है। क्या मुख्यमंत्री फडणवीस इन युवाओं को त्वरित न्याय देंगे, या रोजगार मेले की औपचारिकताएं और इंतजार बढ़ाएंगी? नजरें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं।
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