कावेरी सी-5 कंपनी में कामगारों का जोरदार आंदोलन.. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष नितिन भटारकर के सहभाग से प्रबंधन को पड़ा झुकना

◼️चंद्रपुर में कावेरी सी-5 कंपनी के खिलाफ कामगारों का उग्र आंदोलन, प्रबंधन को झुकना पड़ा




चंद्रपुर, 27 जून 2025:   WCL में कार्यरत कावेरी सी-5 कंपनी में कामगारों के हितों पर कुठाराघात करने वाली अनियमितताओं के खिलाफ आज कर्मचारियों ने जोरदार आंदोलन किया। कंपनी द्वारा कामगारों के वेतन रोकने, पीएफ में अनियमितता, काम के घंटों का उल्लंघन और मेस जैसी मूलभूत सुविधाओं को बंद करने जैसे गंभीर मुद्दों ने कर्मचारियों को सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया।

आंदोलन के दौरान कामगारों ने प्रबंधन के साथ कड़ा रुख अपनाते हुए तत्काल वार्ता की मांग की। कामगारों की एकजुटता और दबाव के आगे प्रबंधन को झुकना पड़ा। घंटों चली चर्चा के बाद प्रबंधन ने रुके हुए वेतन को तत्काल खातों में जमा करने की प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया। सूत्रों के अनुसार, कुछ कर्मचारियों के खातों में वेतन जमा होने की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है।

स्थानीय युवाओं ने प्रबंधन पर नियम-विरुद्ध कार्रवाइयों का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि कंपनी द्वारा जानबूझकर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। इस मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकॉ) ने भी कड़ा रुख अपनाया। पार्टी ने कंपनी को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसी अनियमितताएं जारी रहीं, तो कंपनी को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। 

स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने भी कामगारों के इस आंदोलन का समर्थन किया। स्थानीय नेता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष नितिन भटारकर  ने कहा, “कामगारों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम हर कदम पर उनके साथ हैं और कंपनी को नियमों का पालन करने के लिए बाध्य करेंगे।”

कावेरी सी-5 प्रबंधन की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, कामगारों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह सजग और संगठित रहेंगे। इस आंदोलन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि एकजुटता के सामने कोई भी अनुचित व्यवहार ज्यादा दिन नहीं टिक सकता।
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